Wednesday, September 16, 2009

डॉ. हरिवंश राय बच्चन - एक श्रद्धांजलि

डॉ। हरिवंश राय बच्चन - एक श्रद्धांजली

यदि कर पाता कुछ गुण बखान
कह पाता कुछ देकर सम्मान
बच्चन, हे मेरे कवि प्रधान
क्या कलमवीर थे तुम महान


शब्दों में शब्द नही मिलते
है भाव मेरे भी अधोखिले
विकसित हो होकर ध्यान मग्न
कण कण मेरा तुमको अर्पण

मधुशाला के रचियता को
है अभय कर रहा आज नमन

इस जग मे कवि कितने आये
कितने आकर फिर चले गये
बच्चन की बात निराली है
कविता उनकी मतवाली है

नीड का निर्मांण फिर पढ़
बसेरे से दूर था मैने पढ़ा
क्या भूलूं क्या याद करूं
दशद्वार से सोपान तक पढ़

इन चार खंड में यहां वहां
था गद्य तुम्हारा बसा रचा

नही कवि कि थी कोई कल्पना
थी सत्य की यह अनुपम रचना
पढ़ा तुम्हारा लिखा जगत ने
यह बच्चन की अद्भुत साधना

पढ़कर मन भावुक हो उठता
फिर भावों में था खो जाता
यह संघर्ष तुम्हारे जीवन का
है पथ दर्शाता मानव का

हे कवि महान शत-शत वंदन
अमृत भी करता अभिनंदन

अभय भारती(य), 23 दिसंबर 2008 07.18 (प्रातः)

दशद्वार से सोपान तक पेज 494

तेजी दूर हो गये बेटे ।
चले बंबई से हम अपना सब सामान समेटे ।
स्वप्न हो गई पोते-पोती बहुओं से भेंटे ।
दिल्ली में हम पढ़ते रहते लेटे गालिब-ग़ेटे ।
बैठ प्रतीक्षा में बच्चन जी अब न करेगें टेंटें ।
तेजी, दूर हो गये बेटे ।

- डॉक्टर हरिवंश राय बच्चन

मै नही जानता कि मै जो कर रहा हूं उसकी क्या प्रतिक्रिया हो सकती है, कहीं ऎसा न हो भाई कि आप कहें बेटा यह तुम जो रोज-रोज कुछ कुछ पन्ने मेरी पिताजी की आत्मकथा से निकाल कर टाईप कर रहे हो आखिर किस की अनुमति से ? मै तो बस भाई प्रेमवश ही ऎसा कर रहा हूं कहीं कोई आर्थिक लाभ उठाने का न मेरे मन में विचार कभी आया है न कभी इस जन्म में कभी आयेगा ही, ब्राह्मण का बेटा हूं वैसे संस्कार ही नही मिले की धन कमाने में अपना दिमाग खपा पाता। अगर आप कहेंगें तो मै अवश्य ही इस तरह के उद्धरण फिर कभी प्रयोग में नही लाउंगा ।

त्रुटियों की तरफ़ विशेष ध्यान न दें, उम्र तथा अनुभव दोनो में ही आपसे छोटा हूं कहीं कुछ गलत भी कह दिया हो तो क्षमादान चाहता हूं ।


अभय शर्मा

2 comments:

  1. Can't understand how to go back and see your old posts.....Kabeer

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  2. Hi! Kabeer
    Boss, puraane posts.. kahan par .. mere blogs par or at the blogs of the brother..
    I write mainly on
    abhayaamitabh.blogspot.com
    and abhayakavi.blogspot.com

    if you click on view my complete profile you may fiond some other blogs as well.. which I do not get time to update.. sometimes back I used to have a complete website that is lost.. mean I have n way to get it open here in India.. so I came back to old ordinary website http://www.angelfire.com/ab/abhayasharma which I had initiated some 12 years ago.. lot of tha has changed too.. nowadays not updating that much..
    Love

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